गृह मंत्री अमित शाह ने भी कांग्रेस के प्रदर्शन पर निशाना साधा
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आज जानबूझकर काले कपड़े पहनकर विरोध किया. पार्टी संकेत देना चाहती है कि वो इस खास मौके का विरोध करते हैं. गृह मंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. 5 अगस्त को जिस राम मंदिर का शिलान्यास हुआ है, उसी दिन पिछले 2 साल से कांग्रेस प्रोटेस्ट कर रही है. काले कपड़े पहनकर प्रोटेस्ट करने का क्या मतलब है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर कांग्रेस के प्रदर्शन पर सवाल उठाए हैं। आज दिनभर कांग्रेस नेताओं ने काले कपड़े पहनकर विरोध किया,इसी मुद्दे को लेकर अमित शाह ने विपक्षी दल पर निशाना साधा है। शाह ने कहा कि कांग्रेस ने तुष्टिकरण की नीति को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि काले कपड़ों में कांग्रेस नेताओं का विरोध 2020 में आज के दिन प्रधानमंत्री मोदी द्वारा राम मंदिर के शिलान्यास के खिलाफ एक संदेश है।
अमित शाह ने कहा, “मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि कांग्रेस ने विरोध का कार्यक्रम आज ही क्यों किया गया है। हर रोज विरोध के कार्यक्रम में सब अपने-अपने ड्रेस में होते थे। आज सभी ने काले कपड़े पहन रखे थे। आज के दिन ही प्रधानमंत्री मोदी ने राम मंदिर का शिलान्यास किया था। साढ़े पांच सौ साल पुरानी समस्या का बहुत शांतिपूर्ण तरीके से हल निकला था। कहीं पर भी न दंगा हुआ और न हिंसा हुई।”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने काले कपड़े पहनकर आज का दिन विरोध करने के लिए इसलिए चुना क्योंकि वह एक संदेश देना चाहते हैं कि हम राम जन्मभूमि के शिलान्यास का विरोध करते हैं और अपनी तुष्टीकरण की नीति को आगे बढ़ाना चाहते हैं। लेकिन तुष्टीकरण की नीति न देश के लिए अच्छी है और न कांग्रेस के लिए अच्छी है। इस नीति के कारण ही आज कांग्रेस ऐसी स्थिति में दिखाई दे रही है।
कांग्रेस ने अमित शाह के आरोपों का जवाब दिया
अमित शाह के आरोपों पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पलटवार किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “आज महंगाई, बेरोजगारी और GST के खिलाफ
कांग्रेस के लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण प्रदर्शन को बदनाम करने एवं इससे ध्यान भटकाने का गृह मंत्री ने घृणित प्रयास किया। सिर्फ बीमार मानसिकता के लोग ही ऐसे फर्जी तर्क दे सकते हैं। साफ है, आंदोलन से उठी आवाज सही जगह पहुंची है।”